निष्ठुर प्रकृति एक बार फिर करवट बदल लिया है। एक तरफ लोगों पर कोरोना की मार तो वहीं दूसरी तरफ मौसम की मार ने किसानों के होश उड़ा दिये हैं।
गौरतलब है कि पखवाड़े भर पहले मार्च माह में तेज आंधी तूफान और ओलावृष्टि से किसानों की कमर टूट गई थी। प्रदेश सरकार द्वारा पीड़ित किसानों के आंशू पोछने का कार्य किया जा रहा था तभी कोरोना वायरस का प्रकोप लोगों को स्तब्ध कर घरों में कैद कर दिया। इस समय गेहूं की कटाई का कार्य तेजी से किया जा रहा है। ऐसे में मंगलवार देर रात से ही आसमान में काले बादलों के डेरा जमाने से किसानों की हालत खराब है।
मौसम विभाग की मानें तो कहीं कहीं तेज गरज के साथ बारिश होगी तो कहीं पर हल्की बारिश की संभावना है।